Competing for the future Hamel, Gary ; Prahalad, C. K
By: Material type:
- 9780875847160
- 658.4012 HAM
Item type | Current library | Home library | Call number | Status | Date due | Barcode | |
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Dept. of Futures Studies Processing Center | Dept. of Futures Studies | 658.4012 HAM (Browse shelf(Opens below)) | Available | DFS2096 |
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Social Work Counselling
by Ramakrishnan, P. K. -
85152
Understanding Indian Society
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आधुनिक हिन्दी प्रबंधकाव्यों में पौरणिक चेतना का समाहार एवं आकलन /
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फिर वह कविता वही कहानी /
by Dhruv Shukla | ध्रुव शुक्ल -
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आधुनिक हिन्दी काव्य में पुराणा के अपमानित और अभिशप्त पत्रों का प्रस्तुतीकरण /
by Chandran, P K | चन्द्रन, पी के -
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लोग भूल गये हैं /
by Raghuvir Sahay | रघुवीरसहाय -
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अकाल में सारस :
by Kedarnath Singh | केदारनाथ सिंह -
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स्वतंत्र्योत्तर हिंदी महाकाव्य /
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भारतीय स्वच्छंदतावाद और छायावाद /
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छायावाद :
by Suryaprasad Dixit | सूर्यप्रसाद दीक्षित -
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छायावाद /
by Namwar Singh | नामवर सिंह -
85164
छायावाद /
by Namwar Singh | नामवर सिंह -
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समकालीन हिन्दी कविता /
by Vishwanath Prasad Tiwari | विश्वनाथप्रसाद तिवारी -
85166
छायावाद का रचनालोक /
by Ramdarash Mishra | रामदरश मिश्र -
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निराला और मुक्तिबोध :
by Nand Kishore Naval | नंदकिशोर नवल -
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अतलान्त के आर पार :
by Kedarnath Singh ed. | केदारनाथ सिंह सं -
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Teaching of social sciences for the 21st century /
by Ismail Thamarasseri -
85170
Sure success in interviews /
by Neogy, Jayant -
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कल्पना और छायावाद /
by Kedar Nath Singh | केदारनाथ सिंह -
85172
आधुनिक हिंदी प्रबन्ध्काव्यों में पौराणिक चेतना का समाहार एवं आकलन /
by Jaya Patak | जाया पाठक -
85173
रीतिमुक्त श्रृंगारी काव्य में अतिशयोक्ति /
by Jyotisar Sharma | ज्योतिसर शर्मा -
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मार्क्सवाद और प्रगतिशील साहित्य /
by Ramvilas Sharma | रामविलास शर्मा -
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हिन्दी की प्रगतिशील आलोचना /
by Shyam Kashyap ed. | श्याम कश्यप सं -
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चयवादेतर हिंदी कविता /
by Dwarakaprasad Samchikar | द्वारकाप्रसाद सांचिहर -
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प्रतीक और प्रतीकवादी काव्य मूल्य :
by Prabhat | प्रभात -
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छायावादोत्तर काव्य में बिम्ब विधान /
by Uma Ashtavamsh | उमा अष्टवंश -
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प्रगतिवाद और समानांतर साहित्य :
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स्वच्छंदतावाद :
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नयी कविता /
by Devraj | देवराज -
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मार्क्सवाद और आधुनिक हिंदी कविता /
by Jagadeesh Chathurvedi | जगदीश्वर चतुर्वेदी -
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कार्ल मार्क्स :
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अधिबिम्ब और नयी कविता /
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हिंदी की प्रगतिशील कविता स्वरुप और प्रतिमान /
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समकालीन कविता में मानव मूल्य /
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